Thursday, 5 November 2015

सफलता के मायने (PILLARS OF SUCCESS)




सपने वो नहीं जो हम बंद आँखों से देखते है ,
सपने वो है जो हमें सोने नहीं देती है।

यह वाक्य हमारे पूर्व राष्ट्रपति मिसाइल मैन श्री ए.पी जे अब्दुल कलाम जी की है। जिसे हम सभी को अपने जीवन में  उतारना चाहिए ,अक्सर हम अपने आम जीवन में देखते है की बहुत सारे लोग आगे बढ़ने के लिए या कामयाब होने के लिए बहुत सारे सपने बुनते है पर उसको धरातल में लाने के लिए वैसा जी -तोड़ प्रयास नहीं करते है जिसके सहारे वो कामयाब हो सके। लोग सपने तो बहुत बड़े-बड़े देखते है पर उसे पूरा करने के लिए जो लगन और साहस की जरुरत होती है वो जुटा नहीं सकते है। हमें कामयाबी पाने के लिए उन पंक्षियों के बारे में सोचना चाहिए जो सुबह उड़ान भरने के पहले रात में सपने नहीं देखते है बल्कि सुबह पुरे जोश के साथ उड़ान  भर देते है। इस पुरे प्रकरण को हम एक कहानी से जोड़ पाएंगे जिसमे दो दोस्त जॉन और जिमी मिलकर साइकिल की फैक्ट्री डालते है ,पहला दोस्त जिसके पास बहुत सारे आईडिया थे और दूसरा जो बहुत मेहनती था। पहला सिर्फ सपने बुनता था और दूसरा अपनी मेहनत से उसे पूरा करता था। कुछ दिन के बाद  पहले दोस्त ने सोचा की मेरे पास तो इतने सारे आईडिया और सुझाव है तो मैं वो आईडिया दुसरो को क्यों दूँ क्यों ना मैं अपना व्यापार शुरू करूँ। ये सोचकर उसने अपना अलग साईकिल का व्यापार शुरू किया पर वह ये भूल गया था की उसकी सपनो को उड़ान देने वाला उसके आईडिया  साकार करने वाला उसका दोस्त जिमी था। जॉन के पास आईडिया तो थी पर उसको धरातल पर  लाने के लिए  जज़्बा और मेहनत लगती है वो उसके पास नहीं था। नतीजा यह हुआ की जॉन का व्यापार धीरे-धीरे मंदा होने लगा और कुछ दिन बाद उसे अपना कारखाना बंद करना पड़ा। और दूसरा दोस्त जिमी जिसके पास सपने कम थे पर वह जोश और मेहनत से लबरेज था ने धीरे धीरे व्यापार को आगे बढ़ाया और आज वह एक सफलतम बिजनेसमैन है। इसीलिए दोस्तों सपने देखना एक अच्छी  आदत है पर हमलोगो को उसे साकार करने का भी पूरा हौसला रखना  पड़ेगा तभी सफलता हमारी कदम चूमेगी।


  • सपने वही सच होते है जिसके पीछे लगन और  मेहनत हो। 
  • अगर सपनो की उड़ान देखनी है तो अपने पंख यानि की सोच को फैला कर रखना होगा

No comments:

Post a Comment